🤴"सिकंदर - कोरोना" 🥶
एक आया था सिकंदर
बनके धरती का विजेता,💪
दम्भ में था वह नराधम
मैंने सकल विश्व है जीता ,🌏
मदमत्त कुंजर तब चला वह🐘
रौंदने आर्य - आवर्त को,
जीत लूँगा भरत - भूमि को
ज्यों झपटे सारंग को चीता,🐆
प्रवेश सहज पा गया भूमि पर
जयचंदों की मिलीभगत से,👿
पर उसको यह ज्ञात कहाँ
यह इतना आसान नही था,🤛
चोटी वाला चाणक जगता👶🏻
तब तक राजा जीते उसने,
चंद्रगुप्त भिड़ने से पहले 🤴
पोरस को भी मोड़ा उसने,
विष्णुगुप्त के उद्बोधन से
चंद्रगुप्त के अति योधन से,
थकी चमू और थका स्वयं
वापस अपने देश चला था,
विश्व सकल है विजित किया
अब सहज हिन्द को जीतूंगा,
यह सोच आया था सिकंदर
लौटा यवन सर किये था नीचा ।
✍🏽 श्रीराम बिस्सा ◆लघु◆
एक आया था सिकंदर
बनके धरती का विजेता,💪
दम्भ में था वह नराधम
मैंने सकल विश्व है जीता ,🌏
मदमत्त कुंजर तब चला वह🐘
रौंदने आर्य - आवर्त को,
जीत लूँगा भरत - भूमि को
ज्यों झपटे सारंग को चीता,🐆
प्रवेश सहज पा गया भूमि पर
जयचंदों की मिलीभगत से,👿
पर उसको यह ज्ञात कहाँ
यह इतना आसान नही था,🤛
चोटी वाला चाणक जगता👶🏻
तब तक राजा जीते उसने,
चंद्रगुप्त भिड़ने से पहले 🤴
पोरस को भी मोड़ा उसने,
विष्णुगुप्त के उद्बोधन से
चंद्रगुप्त के अति योधन से,
थकी चमू और थका स्वयं
वापस अपने देश चला था,
विश्व सकल है विजित किया
अब सहज हिन्द को जीतूंगा,
यह सोच आया था सिकंदर
लौटा यवन सर किये था नीचा ।
✍🏽 श्रीराम बिस्सा ◆लघु◆
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